साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने की साजिश नाकाम,पाकिस्तान के वीडियो को बताकर फैलाया जा रहा था झूठ,तीन गिरफ्तार
व्हाट्सएप पर वायरल वीडियो से भड़काने की साजिश नाकाम,पुलिस ने तीन आरोपी किए गिरफ्तार
(R.B)
मुज़फ्फरनगर,21 जुलाई।कांवड़ यात्रा के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की गहरी साजिश का मुज़फ्फरनगर पुलिस ने भंडाफोड़ किया है।पुलिस ने थाना ककरौली क्षेत्र से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया पर एक सनसनीखेज और झूठा वीडियो वायरल कर मुस्लिम समुदाय को भड़काने की कोशिश कर रहे थे।पुलिस के अनुसार,नदीम,मनशेर और रहीस नामक तीनों आरोपी"ककरौली युवा एकता"व्हाट्सएप ग्रुप पर एक दिल दहलाने वाला वीडियो साझा कर रहे थे,जिसमें एक महिला और छोटे बच्चों की लाशें खून में लथपथ दिखाई दे रही थीं।इसके साथ एक भड़काऊ ऑडियो क्लिप चलाई जा रही थी जिसमें दावा किया गया कि यह घटना मुरादाबाद के पास की है और बजरंग दल के लोगों द्वारा मुस्लिमों की हत्या की जा रही है।जबकि पुलिस जांच में यह वीडियो पाकिस्तान के मुज़फ्फरगढ़ की निकली,जहाँ अप्रैल 2024 में एक व्यक्ति ने घरेलू विवाद में अपनी पत्नी और सात बच्चों की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी थी।इस घटना को उत्तर प्रदेश की घटना बताकर वायरल कर विशेष समुदाय के भीतर आक्रोश और हिंसा की भावना भड़काने की साजिश रची गई थी।
डीआईजी सहारनपुर परिक्षेत्र सहारनपुर अभिषेक सिंह ने बताया कि यह वीडियो और ऑडियो कई व्हाट्सएप ग्रुपों में साझा किए गए,जिनमें मेरठ,मुरादाबाद और मुज़फ्फरनगर के ग्रुप शामिल हैं।अब तक सामने आए ग्रुपों में KHIDMAT ABBASI GROUP, PROUD INDIAN MUSLIM, MUSLIM SAMAJ ZINDABAD, ALL INDIA EMPLOYER GROUP और KAKRAULI YUVA EKTA जैसे ग्रुप शामिल हैं।पुलिस ने इनके डिजिटल सबूत जब्त कर जांच शुरू कर दी है।तीनों आरोपियों के खिलाफ UAPA एक्ट,आईटी एक्ट और बीएनएस की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं जिनको फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।पुलिस अब वायरल वीडियो के फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक की जांच कर रही है और गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।पुलिस के अनुसार इस साजिश में राष्ट्र विरोधी और आतंकी संगठनों की भूमिका भी सामने आ सकती है।सावन माह के दूसरे सोमवार जैसे संवेदनशील समय को साजिश के लिए चुनना इस योजना के पीछे की गंभीरता को दर्शाता है।पुलिस ने जनपद वासियों से अपील कि सोशल मीडिया पर आने वाली किसी भी भड़काऊ या अविश्वसनीय सूचना को बिना जांच के शेयर न करें।ऐसा करना कानूनी अपराध है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।